मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की तीन माह की राशि लाभुक महिलाओं के बैंक खाते में शनिवार से जानी शुरू हो गई। जनवरी, फरवरी तथा मार्च माह के लिए प्रत्येक लाभुक के खाते में साढ़े सात हजार रुपये जाने शुरू हो गए।
महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा एक दिन पूर्व ट्रेजरी में बिल भेजे जाने के बाद विभिन्न जिलों में राशि हस्तांतरित करने का नोडल बैंकों को भेजा गया, जिसके बाद बैंक खाते में राशि हस्तांतरित होनी शुरू हो गई।
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को एक्स पर लिखा, ”झारखंड में महिला दिवस पर राज्य की सभी मंईयां को सम्मान राशि के पूरे 7,500 रुपये सभी के बैंक खातों में पहुंच रही है।
अब, होली के पावन पर्व पर सभी मंईयां अपने परिवार के साथ खुले मन से रंगों का आनंद ले सकती हैं और इस सम्मान राशि का उपयोग अपने परिवार की खुशियों को बढ़ाने में कर सकती हैं।
इन महिलाओं को भेजी गई राशि
उन्होंने राज्य की सभी महिलाओं को नमन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की भी कामना की। बताते चलें कि फिलहाल 18 से 50 वर्ष की उन महिलाओं के खाते में ही योजना की राशि हस्तांतरित हो रही है, जिनका सत्यापन हो चुका है तथा जिनकी बैंक खाता से आधार की सीडिंग हो गई है।
ऐसी लाभुकों की संख्या लगभग 38 लाख है। वहीं, एक लाख लाभुकों का सत्यापन नहीं होने के कारण उनका नाम काटा गया है। शेष महिलाओं को सत्यापन के बाद राशि का भुगतान होगा। इससे पहले जनवरी में दिसंबर माह की राशि 56 लाख लाभुकों के खाते में हस्तांतरित हुई थी।
मंईयां राशि से कर सकेंगी कई काम
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत एकमुश्त तीन माह जनवरी, फरवरी और मार्च की राशि मिलने से महिलाएं कई काम कर सकेंगी।भले ही उन्हें योजना की राशि प्रतिमाह नहीं मिल पाई हो, लेकिन यह सच है कि महिलाएं एक साथ तीन माह की राशि 7,500 रुपये का उपयोग और भी बेहतर और जरूरी काम में कर सकेंगी।एक तो इस राशि का उपयोग कर महिलाएं अपने परिवार के साथ होली पर्व पूरे आनंद के साथ मना सकेंगी। दूसरे, महिलाएं इस राशि का उपयोग अपने बच्चों की पढ़ाई में भी कर सकेंगी।इस माह सभी बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं तथा इसी माह परीक्षा का परिणाम आएगा। बच्चे प्रोन्नति पाकर दूसरी कक्षाओं में जाएंगे जिसके लिए उन्हें नई पाठ्य पुस्तकें से लेकर कापी, बैग एवं अन्य आवश्यक जरूरतें पूरी करनी होंगी।महिलाएं उक्त राशि का खर्च बच्चों की इन सामग्री के क्रय में कर सकती हैं। ऐसे में महिलाओं को चाहिए कि होली त्योहार में कुछ राशि खर्च कर इनके लिए भी राशि बचा कर रखे।
सीएम सोरेन की ये है अपील
- राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कई मौके पर महिलाओं से अपील कर चुके हैं कि वे उक्त राशि का उपयोग जरूरी कार्यों में ही करें। पैसों की बर्बादी न हो तथा महिलाएं साइबर ठगी से बचें।
- आवश्यकता इस बात की है कि जिन लाभुकों का सत्यापन नहीं हो सका है तथा जिनका आधार बैंक खाते से अभी तक नहीं जुड़ा है, उन्हें भी सारी प्रक्रियाएं पूरी कर शीघ्र राशि का भुगतान हो।
- यदि कोई महिला सही में इस योजना के लिए आवश्यक अर्हता रखती है तो उसे लाभ मिलना ही चाहिए। साथ ही सभी जिलों में चल रही जांच की प्रक्रिया शीघ्र पूरी हो।
- जांच के नाम पर किसी पात्र लाभुक की राशि रोकी नहीं जा सकती है। ऐसा होता है तो यह उनके साथ अन्याय होगा।
- उम्मीद की जा सकती है कि महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक सुरक्षा विभाग तथा सभी जिला प्रशासन इसे ध्यान में रखते हुए आवश्यक प्रक्रियाएं शीघ्र पूरी करेंगे।