हीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SNMMCH) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अब जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) की जांच की सुविधा शुरू हो गई है। इससे धनबाद के साथ-साथ गिरिडीह, बोकारो और संथाल क्षेत्र के मरीजों को भी रांची स्थित रिम्स जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब महज 24 घंटे में रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी।
इस सुविधा की शुरुआत के साथ SNMMCH झारखंड के उन चुनिंदा संस्थानों में शामिल हो गया है जहां JE, डेंगू और चिकनगुनिया की जांच एक ही स्थान पर की जा सकेगी। इससे मरीजों को समय पर इलाज और रिपोर्ट मिलने में बड़ी राहत मिलेगी।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अत्याधुनिक लैब तैयार
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में नया लैबोरेटरी सेटअप तैयार कर लिया गया है। पूणे से जांच किट मंगवाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुजीत कुमार तिवारी ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया की जांच पहले से ही यहां होती रही है, लेकिन अब एक उन्नत लैब में इन सभी बीमारियों की जांच होगी।
पिछले वर्ष की घटनाओं ने तेज की प्रक्रिया
साल 2024 में धनबाद में जापानी इंसेफेलाइटिस के 11 मामले सामने आए थे, जिनमें टुंडी का एक 8 वर्षीय बच्चा पिंटू बेसरा की मौत भी हो गई थी। रिपोर्ट में मौत का कारण कुछ और बताया गया था, लेकिन समय पर जांच रिपोर्ट न आने से इलाज में देरी हुई थी। सैंपल रांची भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट आने में 15-20 दिन लगे थे।
अब इस समस्या से निजात पाने के लिए SNMMCH ने खुद की जांच सुविधा विकसित कर ली है।
डेंगू को लेकर भी विभाग सतर्क
SNMMCH में वर्ष 2024 में डेंगू के 1300 मरीजों की जांच की गई थी। बरसात के मौसम में इसके मामले बढ़ने की संभावना को देखते हुए विभाग पहले से ही अलर्ट मोड पर है और सभी आवश्यक तैयारियां कर रहा है।