धनबाद के उत्सव भवन में शनिवार को महाजनी प्रथा के खिलाफ आयोजित एक अहम बैठक में पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने सूदखोरों की प्रताड़ना और शोषण के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि सूदखोर मजदूरों के खून-पसीने की कमाई हड़प लेते हैं, जिससे तंग आकर कई मजदूर आत्महत्या कर लेते हैं।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण में बीसीसीएल और बैंक के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं, जिनकी मिलीभगत से सूदखोरी फल-फूल रही है। उन्होंने घोषणा की कि कोयलांचल क्षेत्र में ‘मजदूर शोषण मुक्त आंदोलन’ शुरू किया जाएगा, जिसके तहत बीसीसीएल के 12 एरिया में अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। ये प्रभारी सूदखोरों की सूची तैयार कर पुलिस और आयोग को सौंपेंगे ताकि मजदूरों को न्याय मिल सके।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय समिति का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से अमर कुमार बाउरी को केंद्रीय संयोजक चुना गया। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन सूदखोरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, जिससे असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ रहा है।
बैठक की अध्यक्षता बलदेव महतो ने की और संचालन मीडिया प्रभारी बप्पी बाउरी ने किया। कार्यक्रम में शेखर सिंह, केपी गुप्ता, योगेंद्र यादव, उचित महतो, गौर चंद बाउरी, डबलू बाउरी, ध्रुव हरि समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता और प्रतिनिधि उपस्थित रहे।