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Home » जोश अब हाई नहीं, ओवरहाई है: देश के लिए जान भी हाजिर — पूर्व सूबेदार आरके सिंह30 साल देश की सेवा कर चुके वीर सैनिक ने कहा — जवानों के शौर्य को समझने का समय है, सिर्फ देखने का नहीं

जोश अब हाई नहीं, ओवरहाई है: देश के लिए जान भी हाजिर — पूर्व सूबेदार आरके सिंह30 साल देश की सेवा कर चुके वीर सैनिक ने कहा — जवानों के शौर्य को समझने का समय है, सिर्फ देखने का नहीं


देशभक्ति से ओतप्रोत भावनाएं और सीने में तिरंगे के लिए धड़कता दिल लिये, पूर्व सूबेदार आरके सिंह ने अपने जोश और जज़्बे से एक बार फिर साबित कर दिया कि सैनिक भले ही रिटायर हो जाए, लेकिन उसका राष्ट्रप्रेम कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। भारतीय सेना में 30 वर्षों तक सेवा देने के बाद 2017 में रिटायर हुए सिंह ने हालिया हालातों पर कहा, “हर बार तो जोश हाई रहता था, लेकिन इस बार जोश ओवरहाई है।

कारगिल युद्ध के दौरान फिरोजपुर में तैनात रहे आरके सिंह ने युद्ध के कठिन दिनों को याद करते हुए बताया कि हड्डी गलाने वाली ठंड हो या दुश्मन की गोलियों की बौछार — हमारे हौसले कभी नहीं डगमगाए। उन्होंने बताया कि 2005-06 के दौरान जब वे कश्मीर में तैनात थे, तो वहां की जनता, विशेषकर महिलाएं आतंकवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई का विरोध करती थीं। लेकिन समय बदला है — हाल ही में हुए पहलगाम हमले में एक कश्मीरी युवक ने पर्यटकों की जान बचाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।

पूर्व सूबेदार सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा करते हुए कहा कि यह समय सैनिकों की कुर्बानियों को समझने का है। उन्होंने कहा कि “हमारे जवान सीमा पर खून बहा रहे हैं, हमें जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए।

उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह एक बार फिर झूठ और प्रोपेगेंडा का सहारा ले रहा है, लेकिन भारतीय सेना हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं, संयम रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

अपनी आंखों में गर्व और चेहरे पर दृढ़ संकल्प के साथ उन्होंने कहा, “अगर सरकार आज भी आदेश दे, तो मैं फिर से हथियार उठाने और सीमा पर लड़ने को तैयार हूं।