धनबाद रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था में भारी लापरवाही उजागर हुई है। यात्रियों की सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर जो हाईटेक मशीनें लगाई गई थीं, वे अब सिर्फ शोपीस बनकर रह गई हैं। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगाई गई स्कैनर मशीन महीनों से खराब है, वहीं व्हीकल स्कैनर मशीन सालों से बंद पड़ी है। प्रभात खबर की टीम ने शनिवार को जब स्टेशन का दौरा किया, तो सुरक्षा के नाम पर बदइंतज़ामी ही देखने को मिली।
व्हीकल स्कैनर बना कबाड़:
साल 2021 में स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में लाखों रुपये की लागत से लगाई गई अंडर व्हीकल स्कैनर मशीन आज कबाड़ जैसी हालत में पहुंच चुकी है। यह मशीन वाहन के नीचे छुपे खतरनाक या विस्फोटक सामान की जांच के लिए लगाई गई थी। इसके संचालन की जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को दी गई थी, लेकिन अब न तो मशीन चालू है और न ही निगरानी कक्ष में कोई आरपीएफ कर्मी मौजूद है। कंप्यूटर और अन्य उपकरण धूल फांकते नजर आए।
लगेज स्कैनर बंद, जवान नदारद:
धनबाद स्टेशन के दक्षिणी भवन में लगी लगेज स्कैन मशीन भी अब काम नहीं कर रही है। पहले इसके पास आरपीएफ जवान तैनात रहते थे, लेकिन अब मशीन बंद पड़ी है और सुरक्षा कर्मी भी नदारद हैं। इससे कोई भी यात्री बिना जांच के प्लेटफॉर्म में प्रवेश कर रहा है, जिससे गंभीर सुरक्षा खतरा बना हुआ है।
सहायता केंद्र भी वीरान:
स्टेशन के बाहर यात्रियों की सहायता के लिए बनाए गए सहायता केंद्र में भी लापरवाही साफ नजर आई। वहां भी कोई आरपीएफ जवान मौजूद नहीं था। यह केंद्र सिर्फ नाम का रह गया है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल:
इस स्थिति ने रेलवे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा के नाम पर बजट तो खर्च हो गया, लेकिन रखरखाव और ऑपरेशन पर ध्यान नहीं दिया गया। अगर जल्द ही इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं किया गया, तो यह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।